गीता के इस श्लोक में है आपकी हर समस्या का समाधान
गीता के
इस श्लोक में है आपकी हर समस्या का समाधान
गीता के एक श्लोक में कहा गया है-
विष्णुरेकादशी गीता
तुलसी विप्रधेनव:।
असारे दुर्गसंसारे षट्पदी मुक्तिदायिनी।।
असारे दुर्गसंसारे षट्पदी मुक्तिदायिनी।।
इस श्लोक में 6 बातें बताई गई हैं, जिनका ध्यान दैनिक
जीवन में रखने पर सभी
प्रकार की बाधाएं दूर हो सकती हैं।
इन 6 बातों में पहला काम है
भगवान विष्णु की पूजा करना।
भगवान विष्णु परमात्मा के तीन स्वरूपों में से एक जगत
के पालक माने गए हैं। श्रीहरि ऐश्वर्य, सुख-समृद्धि और शांति के स्वामी भी हैं। विष्णु अवतारों की पूजा करने पर
धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष, सब कुछ प्राप्त हो
सकता है।
यानि जीवन को अगर सार्थक बनाना चाहते हैं तो कुछ नियमों का पालन करना अनिवार्य
बताया गया है। जिससे कि बुरे दिनों को भी अच्छे दिनों में बदला जा सकता है। आइए आपको बताते हैं उन सिद्धांतों के बारे में जिसको अपने जीवन में उतारने से जिंदगी सफल होगी।
हरि नाम
भगवान विष्णु इस संसार का पालन-पोषण करते हैं। श्री हरि ऐश्वर्य, सुख-समृद्धि और शांति के स्वामी भी हैं। जिंदगी बदलने के लिए हमें सदैव हरि नाम करना चाहिए। जब हम जप करते हैं तो हम भगवान से टूटे हुए सम्बन्ध को ठीक कर रहे होते हैं, इसलिए जब भी भगवान को स्मरण करें हमेशा समर्पण के भाव से ही करना चाहिए।
भगवान विष्णु इस संसार का पालन-पोषण करते हैं। श्री हरि ऐश्वर्य, सुख-समृद्धि और शांति के स्वामी भी हैं। जिंदगी बदलने के लिए हमें सदैव हरि नाम करना चाहिए। जब हम जप करते हैं तो हम भगवान से टूटे हुए सम्बन्ध को ठीक कर रहे होते हैं, इसलिए जब भी भगवान को स्मरण करें हमेशा समर्पण के भाव से ही करना चाहिए।
तुलसी सेवा
घर में तुलसी होना बहुत अनिवार्य है, इस बात की विज्ञान ने भी पुष्टि की है कि
तुलसी की महक से वातावरण शुद्ध होता है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।
सुबह
शाम तुलसी के समक्ष दीप-दान और जल देना चाहिए। समय-समय पर मंजरी भी उतार लेनी
चाहिए, नहीं तो वृंदा देवी को कष्ट सहन करना पड़ता
है।
गीता पाठ
श्रीमद्भागवत गीता भगवान श्रीकृष्ण का ही साक्षात रुप है हमें प्रतिदिन गीता का पाठ करते रहना चाहिए। जो नियमित रूप से गीता के श्लोकों का अध्यन करते हैं, वे भगवान की कृपा को प्राप्त करते हैं। गीता को अपने दैनिक जीवन में सदा के लिए उतार लेना चाहिए।
श्रीमद्भागवत गीता भगवान श्रीकृष्ण का ही साक्षात रुप है हमें प्रतिदिन गीता का पाठ करते रहना चाहिए। जो नियमित रूप से गीता के श्लोकों का अध्यन करते हैं, वे भगवान की कृपा को प्राप्त करते हैं। गीता को अपने दैनिक जीवन में सदा के लिए उतार लेना चाहिए।
गौ माता की सेवा
जिन घरों में गाय होती है, वहां सभी देवी-देवता निवास करते हैं। गाय से प्राप्त होने वाले दूध, मूत्र और गोबर पवित्र माना गया है। गौमूत्र के नियमित सेवन से केंसर जैसी गंभीर बीमारी में भी राहत मिलती है। अगर हम गाय को अपना घर में नहीं पाल सकते तो किसी गौशाला में सामर्थ्य के अनुसार रोजाना उनकी सेवा करें। इससे कृष्ण भक्ति प्राप्त होती है।
जिन घरों में गाय होती है, वहां सभी देवी-देवता निवास करते हैं। गाय से प्राप्त होने वाले दूध, मूत्र और गोबर पवित्र माना गया है। गौमूत्र के नियमित सेवन से केंसर जैसी गंभीर बीमारी में भी राहत मिलती है। अगर हम गाय को अपना घर में नहीं पाल सकते तो किसी गौशाला में सामर्थ्य के अनुसार रोजाना उनकी सेवा करें। इससे कृष्ण भक्ति प्राप्त होती है।
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